क्या कल फिर गिर सकता है शेयर बाजार? जानिए अगले ट्रेडिंग सेशन का रुझान!
शुक्रवार, 28 फरवरी 2025 को भारतीय शेयर बाजार में जोरदार गिरावट दर्ज की गई। बीएसई सेंसेक्स 1.90% गिरकर 73,198.10 पर और एनएसई निफ्टी 50 1.86% टूटकर 22,124.70 पर बंद हुआ। मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स में भी जबरदस्त गिरावट देखी गई, जिससे निवेशकों को बड़ा झटका लगा।
बाजार में गिरावट के पीछे कौन से बड़े कारण हैं?
🔻 वैश्विक बाजारों में भूचाल – अमेरिका और यूरोप के शेयर बाजारों में तेज गिरावट का असर भारतीय बाजारों पर भी दिखा। बढ़ती महंगाई और ब्याज दरों में संभावित बढ़ोतरी से निवेशक घबराए हुए हैं।
🔻 विदेशी निवेशकों की बिकवाली – विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने भारी मात्रा में भारतीय शेयर बेचे, जिससे बाजार में प्रेशर बना। मजबूत अमेरिकी डॉलर और बढ़ती बॉन्ड यील्ड के चलते FII लगातार बिकवाली कर रहे हैं।
🔻 बैंकिंग, आईटी और मेटल सेक्टर में भारी गिरावट – बाजार के ये तीन बड़े सेक्टर शुक्रवार को पस्त नजर आए। बड़ी कंपनियों में बिकवाली से बाजार और ज्यादा दबाव में आ गया।
🔻 भू-राजनीतिक तनाव और अनिश्चितता – ग्लोबल स्तर पर बढ़ता तनाव भी निवेशकों की चिंता बढ़ा रहा है, जिससे बाजार पर असर पड़ रहा है।
🔻 आर्थिक आंकड़ों का इंतजार – जीडीपी ग्रोथ और मुद्रास्फीति से जुड़े महत्वपूर्ण आंकड़े आने वाले हैं, जो आरबीआई की नीति को प्रभावित कर सकते हैं। निवेशकों की नजरें अब इन्हीं आंकड़ों पर टिकी हैं।
क्या सोमवार को बाजार फिर टूटेगा, या होगी जबरदस्त रिकवरी?
शेयर बाजार का मूड अगले कुछ दिनों तक अस्थिर बना रह सकता है। तकनीकी विश्लेषण के अनुसार, निफ्टी 50 का 21,800-22,000 का स्तर बेहद महत्वपूर्ण सपोर्ट ज़ोन है। अगर यह टूटता है, तो निफ्टी 21,000-21,200 तक गिर सकता है। लेकिन अगर बाजार 22,200 के ऊपर बना रहता है, तो एक शानदार उछाल देखने को मिल सकती है और निफ्टी 22,300-22,500 तक जा सकता है।
📉 3 मार्च 2025 के लिए महत्वपूर्ण बाजार स्तर: ✅ समर्थन स्तर: 21,800 | 21,500 | 21,200
✅ प्रतिरोध स्तर: 22,200 | 22,350 | 22,500
निवेशकों के लिए रणनीति: इस गिरावट में कैसे करें स्मार्ट इन्वेस्टमेंट?
✔ सतर्क रहें, घबराएं नहीं: बाजार में स्थिरता का इंतजार करें, जल्दबाजी में कोई बड़ा निर्णय न लें।
✔ डिफेंसिव स्टॉक्स पर फोकस करें: फार्मा, एफएमसीजी और आईटी जैसी कंपनियां अस्थिर बाजार में अच्छा प्रदर्शन कर सकती हैं।
✔ बड़ी बिकवाली का फायदा उठाएं: जिन कंपनियों के मजबूत फंडामेंटल हैं, उनमें गिरावट पर धीरे-धीरे निवेश करें।
✔ विदेशी निवेशकों की गतिविधियों पर नजर रखें: FII और DII की खरीद-फरोख्त बाजार की दिशा तय कर सकती है।
✔ वैश्विक संकेतों का विश्लेषण करें: अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियां और वैश्विक आर्थिक घटनाएं भारतीय बाजार को प्रभावित करेंगी।
✔ मार्च के बाजार अवकाश को ध्यान में रखें: 14 मार्च (होली) और 31 मार्च (ईद-उल-फितर) को बाजार बंद रहेगा, जिससे लिक्विडिटी प्रभावित हो सकती है।
📌 Disclaimer:
This article is for informational purposes only and should not be considered financial or investment advice. Readers are encouraged to conduct their own research or consult with a qualified financial advisor before making any investment or financial decisions.
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